देहरादून। डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून में राष्ट्रीय गणित दिवस 2024 का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के अद्वितीय योगदान को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम मैथेमेटिक्स लर्निंग सेंटर (MLC), डीआईटी विश्वविद्यालय; उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर (USERC); और सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन साइंस, टेक्नोलॉजी एंड एग्रीकल्चर (SRADASTA) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) जेएमएस राणा, पूर्व अध्यक्ष, लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड ने रामानुजन के जीवन और कार्य पर प्रेरणादायक संबोधन दिया। उन्होंने रामानुजन के गणितीय सूत्रों को हिंदू पौराणिक कथाओं के संदर्भ में जोड़ते हुए गणित के दार्शनिक महत्व को समझने के लिए प्रेरित किया।
श्री कुँवर अस्थाना, अध्यक्ष, SRADASTA, ने रामानुजन के जीवन की अद्भुत यात्रा पर चर्चा की और उनकी मेहनत और दृढ़ता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को कठिन परिश्रम और समर्पण के महत्व को समझने के लिए प्रेरित किया।
आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डॉ. महेंद्र वर्मा ने “रामानुजन का टाउ फंक्शन और संबंधित कार्य” पर एक विशेष तकनीकी व्याख्यान दिया। उन्होंने रामानुजन के गहन कार्यों को बहुत सरल और रोचक तरीके से समझाया, जिससे उपस्थित जनसमूह उनकी प्रतिभा से अत्यधिक प्रेरित हुआ।
कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) सैमुअल अर्नेस्ट, रजिस्ट्रार, डीआईटी विश्वविद्यालय ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने रामानुजन की उपलब्धियों पर अपने विचार साझा किए और रामानुजन के जन्मस्थान से जुड़े स्थानों के अपने व्यक्तिगत अनुभवों का उल्लेख किया, जिससे कार्यक्रम को एक अनूठा दृष्टिकोण प्राप्त हुआ।
इसके अलावा, प्रो. (डॉ.) राकेश मोहन, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, और प्रो. (डॉ.) नवीन सिंघल, चीफ प्रॉक्टर, डीआईटी विश्वविद्यालय ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की। इनके साथ, विभिन्न विभागों और स्कूलों के प्रमुख और डीन भी इस आयोजन का हिस्सा बने, जिससे इस उत्सव में सहयोग की भावना और भी प्रबल हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. (डॉ.) नरेश मोहन चड्ढा, डीन, स्कूल ऑफ फिजिकल साइंसेज, डीआईटी विश्वविद्यालय द्वारा हुआ। उन्होंने दिन की महत्ता और रामानुजन की विरासत पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रुति तोमर, सहायक प्रोफेसर, गणित द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया।
दिन की गतिविधियों में क्विज़, भाषण और पोस्टर प्रतियोगिताएँ शामिल थीं, जिसमें पूरे देश के 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इन गतिविधियों ने छात्रों को अपनी रचनात्मकता और गणितीय कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. जोगेंद्र कुमार, फैकल्टी कोऑर्डिनेटर, मैथेमेटिक्स लर्निंग सेंटर, डीआईटी विश्वविद्यालय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रीय गणित दिवस 2024 का यह आयोजन श्रीनिवास रामानुजन की प्रतिभा को समर्पित था और इसने छात्रों और विद्वानों को गणित की अद्भुत दुनिया में गहराई से उतरने और इसके जीवन व दर्शन के साथ संबंध को समझने के लिए प्रेरित किया।