निष्क्रिय राशन कार्डों से बन गए हजारों फर्जी आयुष्मान कार्ड

Dehradun : जिले में निष्क्रिय राशन कार्डों के जरिये आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। डीएम के निर्देश पर 9 हजार से ज्यादा आयुष्मान कार्ड और 3 हजार से ज्यादा राशन कार्ड निरस्त करा दिए गए हैं। सभी आयुष्मान कार्ड निष्क्रिय राशन कार्डों से बनाए गए थे। इस फर्जीवाड़े में खाद्य आपूर्ति विभाग और राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। साल-2018 में प्रदेश में आयुष्मान योजना लागू होने के बाद पहली बार किसी जिले में फर्जीवाड़ा पकड़ते हुए इस तरह की कार्रवाई की गई है।
डीएम सविन बंसल को जिले में अपात्रों के राशन कार्ड व आष्युमान कार्ड बने होने की शिकायतें मिलीं। उन्होंने शिकायतों का संज्ञान लेते हुए बड़े पैमाने पर सत्यापन की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर सत्यापन हुआ, तो जिले में 1 लाख 36 हजार 676 निष्क्रिय राशन कार्ड मिले। काफी बड़ी संख्या में निष्क्रिय राशन कार्डों के जरिए आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए थे।
जांच हुई, तो ऐसे 9 हजार 428 आष्युमान कार्ड पकड़ में आए, जो अपात्रों के बना दिए गए थे। ये कार्ड बनवाने के लिए फर्जी अभिलेख दिए गए थे। प्रशासन ने जिले में गलत ढंग से बनाए गए 3 हजार 323 राशन कार्ड और 9 हजार 428 आयुष्मान कार्ड को निरस्त करा दिया है। डीएम बंसल ने जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल को पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर नगर कोतवाली व राजपुर थाने में मुकदमें दर्ज किए गए हैं।
गौरतलब है कि जिले से खाद्य आपूर्ति विभाग ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को निष्क्रिय 1 लाख 36 हजार 676 राशन कार्ड का डाटा उपलब्ध कराया। उक्त 1 लाख 36 हजार 676 राशन कार्ड के सापेक्ष 9 हजार 428 आयुष्मान कार्ड बने हुए पाए गए। इन्हें प्राधिकरण ने निरस्त कर दिया है। प्रशासन को संदेह है कि पूरे फर्जीवाड़े के पीछे कोई गिरोह है। इसे देखते हुए डीएम ने विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। जिले में कुल 3 लाख 87 हजार 954 राशन कार्ड हैं। इनमें 75 हजार 576 राशन कार्ड सत्यापित हैं। 3 हजार 323 राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। सत्यापन कार्रवाई चल रही है। वहीं, 1 लाख 36 हजार 676 राशन कार्ड निष्क्रिय हैं।
कोतवाली और राजपुर थाने में दर्ज हुए अलग-अलग मुकदमे
निष्क्रिय राशन कार्डों के आधार पर आयुष्मान कार्ड बनाने का बड़ा गोरखधंधा दून में चल रहा है। माना जा रहा है कि कोई बड़ा गिरोह इस फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने इन मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राजपुर थाना पुलिस ने बताया कि स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के एडी (आईटी) अमित शर्मा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। इसमें कहा गया कि राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय देहरादून की ओर से निरस्त किए गए 1 लाख 36 हजार 676 राशन कार्ड का डाटा प्रदान किया गया था, जिनके सापेक्ष 9 हजार से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बने हैं। इन आयुष्मान कार्डों को बनाए जाने में किसी गिरोह के होने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर, नगर कोतवाली पुलिस के मुताबिक, जिलापूर्ति कार्यालय के राशन कार्ड अनुभाग के प्रभारी शंशाक चौधरी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें बताया गया कि राशन कार्डो के सत्यापन में 3 हजार 323 राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। कुछ लोगों ने गलत दस्तावेज प्रस्तुत कर राशन कार्ड बनवाए हैं। इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है।