नीट यूजी 2025 : हरिद्वार के अविनाश मेहता ने प्राप्त की एआईआर 1930
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के 22 अन्य छात्र भी टॉप अचीवर्स में शामिल

हरिद्वार। देश में टेस्ट प्रिपरेटरी सेवाओं की अग्रणी संस्था आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने गर्व के साथ घोषणा की है कि हरिद्वार शाखा के 23 छात्रों ने नीट यूजी 2025 परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप रैंक हासिल की है। यह सफलता छात्रों की मेहनत, अनुशासन और एईएसएल के विश्वस्तरीय शिक्षण एवं मार्गदर्शन का परिणाम है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आज इस परीक्षा के आधिकारिक परिणाम जारी किए।
हरिद्वार शाखा के प्रमुख टॉपर्स:
अविनाश मेहता – एआईआर 1930
नूपुर गोयल – एआईआर 4757
अक्षत गुप्ता – एआईआर 9244
निशिका – एआईआर 12525
निष्ठा सर्राफ – एआईआर 13448
इनके अलावा जिन अन्य छात्रों ने भी इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त की, उनमें शामिल हैं:
प्रज्ञा भारती, ईशिता चौहान, अंशिका राणा, आफरीन अहमद, अदिति पायल, दीपक, भूमि राजपूत, उज्जवल, अमन कुमार, विनायक चौधरी, सुहैल अंसारी, हर्षिता बिष्ट, लक्ष्य सिंघल, तियाशा प्रमाणिक, आर्या त्यागी, सलोनी वर्मा, लक्ष्य कुमार और आदित्य यादव।
इस सफलता ने न केवल संस्थान का गौरव बढ़ाया है, बल्कि पूरे हरिद्वार क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
छात्र एईएसएल के क्लासरूम प्रोग्राम से जुड़े थे, जिसे विशेष रूप से नीट जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए डिज़ाइन किया गया है। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय एईएसएल की मजबूत अकादमिक नींव, कॉन्सेप्ट्स की स्पष्टता और अनुशासित पढ़ाई की दिनचर्या को दिया। छात्रों ने साझा किया।
हम आकाश के बहुत आभारी हैं। उनकी सुव्यवस्थित सामग्री, विशेषज्ञ शिक्षण और व्यक्तिगत मार्गदर्शन ने हमें कठिन विषयों को समझने में मदद की। यदि एईएसएलन होता, तो यह सफलता संभव नहीं थी।
एईएसएल के रीजनल डायरेक्टर धनंजय कुमार मिश्रा ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि
हमारे छात्रों ने नीट यूजी 2025 में जो बेहतरीन प्रदर्शन किया है, उस पर हमें अत्यंत गर्व है। यह परीक्षा पूरे देश से 23 लाख से अधिक छात्रों द्वारा दी जाती है, ऐसे में टॉप रैंक लाना कोई साधारण बात नहीं है। यह न केवल छात्रों की मेहनत, बल्कि उनके माता-पिता के समर्थन और हमारे शिक्षकों की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम इन सभी को उनके उज्ज्वल मेडिकल करियर के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
नीट, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा हर वर्ष आयोजित की जाती है। यह परीक्षा एमबीबीएस, बीडीएस, और आयुष (बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएचएमएस आदि) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अनिवार्य है, साथ ही यह विदेश में मेडिकल शिक्षा लेने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए भी आवश्यक है।