- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री शाह व सीएम धामी ने सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहां एक बस सल्ट तहसील के मारचूला स्थित कूपी गांव के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 लोग घायल हो गए। बस में 63 यात्री सवार थे। कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत ने 36 लोगों के मरने की पुष्टि की है जबकि अभी रेस्क्यू अभियान जारी है। बस गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की बताई जा रही है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। सीएम धामी ने हादसे केगंभीर घायलों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना के मृतकों के परिजनों को पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा सल्ट बस हादसे पर सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त कुमाऊं मंडल और डीएम अल्मोड़ा से फोन पर बात की। साथ ही सीएम ने घटना की जानकारी लेते हुए बचाव और राहत कार्य में तेजी से करने के निर्देश दिए। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए। साथ ही आयुक्त कुमाऊं मंडल को घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं। अल्मोड़ा एसएसपी देवेंद्र पींचा ने कहा कि दुर्घटना की जांच कराई जा रही है। यह हादसा अल्मोड़ा जिले के सल्ट के मारचूला स्थित कूपी गांव के पास घटित हुआ, जहां गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। वहीं घायलों को एंबुलेंस की मदद से रामनगर सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। तीन गंभीर घायलों को रामनगर हॉस्पिटल से ऋषिकेश एम्स एयरलिफ्ट किया गया है। सुबह करीब 8ः30 बजे यह दुर्घटना हुई।
मृतकों में दिनेश पुत्र मान सिंह निवासी भैरंगखाल, पौड़ी गढ़वाल, चारू देवी पत्नी मनोज रावत निवासी रामनगर नैनीताल, मनोज रावत पुत्र दर्शन सिंह निवासी रामनगर नैनीताल, दीपू पुत्र चमन सिंह निवासी बरात पौड़ी गढ़वाल, गोपी पुत्र दीपू निवासी बरात पौड़ी गढ़वाल, आदित्य राम पुत्र मनोहरराम निवासी सुनडोला पौड़ी गढ़वाल, सौनी पत्नी परवनी निवासी दिगोली, धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, दिलवर सिंह पुत्र राजे सिंह निवासी विरखेत पौड़ी गढ़वाल, प्रवीन नेगी पुत्र बृजमोहन निवासी बोहरा पौड़ी गढ़वाल, मानवी ध्यानी पत्नी राकेश ध्यानी निवासी बरात पौड़ी गढ़वाल, परवीन दत्त पुत्र ईश्वरीदत्त निवासी खेतूबाखल पौड़ी गढ़वाल, नरीज ध्यानी पुत्र विनोद ध्यानी निवासी रुईडाली पौड़ी गढ़वाल, धनपाल उर्फ यशपाल सिंह पुत्र कुन्दन सिंह निवासी परखोली पौड़ी गढ़वाल, आदित्य रावत पुत्र मोहन सिंह निवासी डोबा पौड़ी गढ़वाल, शाका देवी पत्नी दर्शनलाल निवासी उडीमल्ला पौड़ी गढ़वाल,
दर्शन लाल पुत्र अनूपलाल निवासी मझेडा अल्मोड़ा, रवि भारद्वाज पुत्र सुरेशानन्द निवासी जामणी सल्ट अल्मोड़ा, मीनाक्षी पत्नी परवीन सिंह निवासी कैनाथमल्ला पौड़ी गढ़वाल, सलोनी पुत्री जगमोहन सिंह निवासी कैनाथमल्ला पौड़ी गढ़वाल, रविन्द्र सिंह पुत्र चरन सिंह निवासी आमपोखरा रामनगर, रश्मि रावत पुत्री मोहन सिंह निवासी धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, दयावन्ती पांथरी पत्नी रामप्रसाद निवासी धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, शुभम पुत्र नरेन्द्र प्रसाद निवासी धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, बनवारी लाल पुत्र रामलाल निवासी रणथमल्ला सल्ट अल्मोड़ा, नीरज ध्यानी पुत्र विनोद ध्यानी निवासी रुडोली सल्ट अल्मोडा, विशाल पुत्र धनपाल निवासी निवासी धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, प्रवीन रावत पुत्र भोपाल सिंह निवासी दिगोली पौड़ी गढ़वाल, विनायक मेंदोलिया पुत्र बृजमोहन निवासी दिगोली पौड़ी गढ़वाल, प्रवीन नेगी पुत्र बृजमोहन निवासी ई 76 तोमर कॉलोनी बोराड दिल्ली, आयुष मंदोलिया पुत्र सुभाष चंद्र मंदोलिया निवासी पाल तल्ला धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, प्रवीण सिंह पुत्र भजन सिंह निवासी पाल तल्ला धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, राकेश ध्यानी पुत्र रामानंद ध्यानी निवासी पाल तल्ला धूमाकोट पौड़ी गढ़वाल, सुमन नेगी पत्नी वीरेद्र सिंह निवासी मधुबन कॉलोनी पीरूमदारा रामनगर नैनीताल शामिल हैं, तीन शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। घायलों में अशोक, राहुल, भरत, वीरेन्द्र सिंह नेगी, विशाल, जगदीप, हरीश चन्द्र, विपाशु, आकाश, प्रदीप, रमेश, वैष्णवी, शिवानी, गिरीश, रोबिन, अक्षीता, अंजली, प्रमिला, सूरजपाल, विनोद पोखरियाल, अवनी, अमन आयुष शामिल हैं व एक की शिनाख्त नहीं हो पाई।
पौड़ी व अल्मोड़ा के एआरटीओ प्रवर्तन सस्पेंड, सीएम ने की 4-4 लाख रु. के मुआवजे की घोषणा की
देहरादून। अल्मोड़ा जिले में सोमवार को हुए भीषण सड़क हादसे में 36 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों को परिजनों को चार-चार लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। सीएम धामी ने पौड़ी और अल्मोड़ा से संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन का सस्पेंड करने का आदेश दिए हैं। इसी के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि गंभीर रूप से घायल लोगों को तत्काल एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स में भेजा जाएगा। जिसके बाद रामनगर हॉस्पिटल से तीन घायलों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स भेज गया। घटना स्थल पर राहत और बचाव का कार्य जारी है।
जानकारी के मुताबिक गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की बस गोलीखाल से रामनगर आ रही थी, तभी बीच रास्ते में अल्मोड़ा जिले के मारचूला में कूपी गांव के पास यात्री से भरी हुई बस गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। घायलों को रामनगर और हल्द्वानी के सरकारी हॉस्पिटल के अलावा ऋषिकेश एस्म में भी भेजा गया है। एम्स से डॉक्टरों की टीम भी रामनगर आ रही है।
घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे सांसद को झेलना पड़ा लोगों का गुस्सा
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के मार्चुला में हुए बस हादसे में यात्रियों की मौतों की आंकड़ा 36 पहुंच चुका है। जबकि 3 घायलों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया गया है। जबकि 3 मरीजों को सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। अन्य घायलों का उपचार रामनगर उपजिला अस्पताल में जारी है। सीएम धामी ने बस हादसे के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। रामनगर अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचे नैनीताल-उधमसिंह लोकसभा सांसद अजय भट्ट और कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। सांसद अजय भट्ट और सौरभ बहुगुणा के सामने ही रामनगर सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर मौजूद लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने सरकार के स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर किए जाने के दावों की भी जमकर पोल खोली। स्थानीय निवासी ललित उप्रेती ने बताया कि घायलों को ना तो यहां पर उचित उपचार मिल पा रहा है और ना ही मरीजों को भर्ती करने के लिए पर्याप्त बेड मौजूद है। लोगों ने प्रतिनिधियों के सामने ही नाराजगी व्यक्त करते हुए रामनगर सरकारी अस्पताल को शीघ्र पीपीपी मोड से हटाकर जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिए जाने की मांग की। वहीं लैंसडाउन विधायक महंत दलीप सिंह रावत ने भी रामनगर अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जनता के हित में पीपीपी मोड से हटाने के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता करने की बात कही है।
अल्मोड़ा बस हादसे की गहनता से होगी जांच, परिवहन विभाग ने गठित की कमेटी
देहरादून। अल्मोड़ा जिले के सल्ट में हुए भीषण सड़क हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में घायल लोगों का उपचार एम्स ऋषिकेश और सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच की जिम्मेदारी कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को सौंपी है। ऐसे में परिवहन विभाग ने भी इस पूरे मामले की प्रारंभिक जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई है। इस संबंध में संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए हैं।
जारी आदेश के अनुसार, संभागीय परिवहन अधिकारी, हल्द्वानी और परिवहन कर अधिकारी, रामनगर मौके पर मौजूद हैं। दुर्घटना की गम्भीरता को देखते हुए उप परिवहन आयुक्त, राजीव कुमार मेहरा की अध्यक्षता में परिवहन आयुक्त कार्यालय में काम कर रही लीड एजेन्सी की टीम गठित की गई है। साथ ही इन सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ये टीम दुर्घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए अपनी प्राथमिक रिपोर्ट, परिवहन मुख्यालय को सौंपे। उप परिवहन आयुक्त, राजीव कुमार मेहरा की अध्यक्षता में गठित इस टीम में पीडब्ल्यूडी के सहायक निदेशक संजय बिष्ट, परिवहन के सहायक निदेशक नरेश संगल, पुलिस के सहायक निदेशक अविनाश चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा जांच टीम के साथ जेपी रिसर्च इण्डिया के विशेषज्ञ प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगें।
इसके साथ ही परिवहन विभाग ने परिवहन कर अधिकारी (प्रभारी सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी), रामनगर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस संबंध में अपर सचिव नरेश कुमार जोशी ने आदेश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश के अनुसार, प्रथम दृष्टया दुर्घटना का कारण परिवहन विभाग के सम्बन्धित अधिकारी की ओर से अपने उत्तरदायित्वों का सही ढंग से निर्वहन न किया जाना है। जिसके चलते नेहा झा, परिवहन कर अधिकारी (प्रभारी सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी), रामनगर को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है। साथ ही परिवहन आयुक्त कार्यालय, देहरादून से अटैच किया गया है।