हरिद्वार । बिजनौर और हरिद्वार वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में दो वन तस्कर पकड़े गए है। एक आरोपी बड़े वन तस्कर गिरोह का सदस्य हैं। इस गिरोह में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है। रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने पूरे मामले का जानकारी दी।
रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि वन तस्कर गिरोह हरिद्वार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जंगलों में खैर के पेड़ों का कटान करते चले आ रहे थे। अब तक गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरोह के बारे में वन विभाग की कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है। उसी के आधार पर आगे की दबिश भी जारी रहेगी।
रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि बीते कुछ समय से जंगलों में बड़े स्तर पर खैर के पेड़ों का अवैध रूप से कटान किया जा रहा था। तभी से वन विभाग की टीम लकड़ी तस्करों की खोजबीन में जुटी हुई है। इसके लिए वन क्षेत्राधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का गठन भी किया गया था।
रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी के मुताबिक 9 नवंबर को तड़के 3.15 बजे मुखबीर की सूचना पर पथरी सेक्शन टीम ने चार लोगों समी, अंकित, सौरभ और यामीन को गिरफ्तार किया था। आरोपी के पास वन विभाग को महिंद्रा एंड महिन्द्रा पिकप में लदे खैर के 32 नग भी मिले थे। इन आरोपियों से मिली सूचना के आधार पर वन विभाग ने टीम ने 14 नवंबर को दो और तस्करों जौनी पुत्र तेजपाल और संजू पुत्र कुडवा को गिरफ्तार किया। इस गिरोह के अभी भी कई आरोपी फरार है। जिनकी वन विभाग तलाश में जुटी हुई है।