चमोली। चमोली जिले में सुबह से ही मौसम के बदले मिजाज से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, हनुमान चट्टी, विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली, गौरसों सहित नीति घाटी में बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से बदरीनाथ हाइवे हनुमान चट्टी से आगे एक बार फिर बंद हो गया है।
श्निवार सुबह से ही चमोली जिले में मौसम का मिजाज बदला था। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी व दोपहर बाद पर्यटन स्थल औली, गौरसों सहित जिले के रामणी, ईराणी डुमक, कलगोट गांव सहित निचले स्थानों में वर्षा जो रात्रि तक जारी रही।
बर्फबारी व वर्षा के चलते कड़ाके की ठंड है। लोग घरों में ही दुबके हैं। बताया गया कि बर्फबारी से 30 से अधिक गांव हिमाच्छादित हो गए हैं। बर्फबारी से नीति, बदरीनाथ के साथ चोपता हाइवे भी धौतीधार से आगे बाधित हो गया है।
बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड और भारी बर्फबारी के चलते पुनर्निर्माण कार्य बंद हो गए हैं। अब जनवरी और फरवरी में कार्य बंद रहेंगे। मार्च में ठंड कम होने और बर्फ के पिघलने पर कार्य फिर शुरू होने की उम्मीद है। इसके साथ ही 100 और श्रमिक धाम से लौट आए हैं। अभी धाम में 150 लोग मौजूद हैं, जिनमें कुछ श्रमिक और निर्माणदायी कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारी हैं। ये लोग भी एक या दो दिन में लौट आएंगे।