हिंदी पत्रकारिता दिवस पर ‘पत्रकारिता की दशा और दिशा’ विषयक गोष्ठी एवं उत्तराखंड गौरव सम्मान समारोह का आयोजन

देहरादून। स्माल मीडियम बिग न्यूज़ पेपर्स सोसायटी की उत्तराखंड इकाई द्वारा आज देहरादून के सर्वे चौक स्थित सभागार में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर ‘पत्रकारिता की दशा और दिशा’ विषय पर एक विचार गोष्ठी एवं उत्तराखंड गौरव सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात वंदना गीत की प्रस्तुति ने समारोह का आध्यात्मिक आरंभ किया।
इस अवसर पर देशभर से पत्रकारिता जगत की जानी-मानी हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में बी.एम. शर्मा (राष्ट्रीय अध्यक्ष, राजस्थान), सरदार दीपक सिंह (राष्ट्रीय महासचिव, गुरुग्राम), सरदार गुरविंदर सिंह (पूर्व सदस्य, प्रेस काउंसिल, दिल्ली), सुधीर पाण्डा (केंद्रीय मीडिया मान्यता समिति सदस्य, उड़ीसा), अशोक कुमार नवरत्न (पूर्व सदस्य, प्रेस काउंसिल, लखनऊ), एल.सी. भारतीय (पूर्व सदस्य, प्रेस काउंसिल, राजस्थान) तथा डी.डी. मित्तल (पत्रकार कल्याण समिति, उत्तराखंड सरकार) विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र से भी कई अति विशिष्ट अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें प्रेमचंद अग्रवाल (पूर्व कैबिनेट मंत्री), खजानदास (विधायक, राजपुर), सविता कपूर (विधायक, कैंट), बंशीधर तिवारी (सूचना महानिदेशक),योगेश भट्ट (सूचना आयुक्त एवं पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष), कर्नल अजय कोठियाल (केसी, एससी, वीएमएम), चंद्रवीर गायत्री और राजेंद्र सिंह (मुख्य संरक्षक) शामिल रहे।
संगठनात्मक नेतृत्व में राजकुमार छाबड़ा (प्रदेश अध्यक्ष), राशिद अली (प्रदेश महासचिव), कविता खत्री (प्रदेश सचिव), पंकज कोहली (प्रदेश उपाध्यक्ष), नरेन्द्र रतूड़ी तथा मीनाक्षी कश्यप (प्रदेश संगठन मंत्री) ने कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
गोष्ठी में वक्ताओं ने आज की पत्रकारिता की चुनौतियां, मीडिया की विश्वसनीयता, डिजिटल युग की भूमिका और जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों पर गंभीर चर्चा की। वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि समाज के चिंतन और परिवर्तन का आधार है।
कार्यक्रम के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पत्रकारों और समाजसेवियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। समारोह में उत्तराखंड सहित देशभर से आए पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और छात्रों की उत्साहजनक भागीदारी रही।